Posts

Showing posts from August, 2021

हल्दीघाटी का युद्ध, झांसी का युद्ध

Image
             हल्दीघाटी एवं झांसी युद्ध       हल्दीघाटी का युद्ध - महाराणा प्रताप ने राज्य अभिषेक के बाद अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की तथा जन्म भूमि की रक्षा हेतु प्रतिज्ञा की ‛जब तक मेवाड़ को पूर्ण स्वतंत्रता नहीं दिला लेता तब तक सोने चांदी के बर्तनों में भोजन नहीं करूंगा तथा पलंग पर नहीं सोऊंगा पतले ही मेरा भोजन पात्र तथा धरा ही मेरा बिछौना होगा’ इस प्रतिज्ञा का लोक मानस पर बहुत प्रभाव पड़ा। इस वजह से ही आगे हल्दीघाटी युद्ध में सभी जाति तथा वर्ग के लोग मेवाड़ की भूमि की रक्षा के लिए कूद पड़े। अकबर महाराणा प्रताप की शक्ति को अच्छी तरह से पहचानता था। अतः उसने कूटनीति का सहारा लेकर प्रताप को अधीन करने का प्रयास किया। जलाल खां कोरची , आमेर का युवराज मानसिंह तथा उसके पिता राजा भगवानदास राजा , टोडरमल को संधि वार्ता हेतु भेजा किन्तु यह संधि वार्ता प्रताप को अधिन करने का प्रयास असफल रहे। संधि वार्ता की असफलता के बाद 7 मार्च 1576 अकबर आया और उसने मानसिंह को महाराणा के विरुद्ध आक्रमण हेतु सेनापति नियुक्त किया।  मानसिंह ...

Major rivers of India in Hindi

Image
         भारत की प्रमुख नदियाँ   भारत में नदियों को पुण्य सलिला कहा जाता है तथा उन्हें मां का स्थान दिया गया है। विश्व में अनेक सभ्यताएं इन नदियों के तट पर पल्लवित पुष्पित हुई है। पुरातात्विक उत्खनन इसके प्रमाण है।  1. गंगा - गंगा भारत की सबसे पवित्र नदी माना जाता है। यह उत्तर भारत की जीवन रेखा है। उत्तराखंड में हिमालय के गोमुख से लेकर गंगासागर ( गंगासागर ) तक इसकी लंबाई लगभग 2510 किलोमीटर है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राजा भागीरथ ने कठोर तपस्या से गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरण कराया। इसी गंगा को भागीरथ के नाम से भी जाना जाता हैं। अनेक प्रमुख तीर्थ एवं नगर गंगा के किनारे बसी हैं। गंगाजल को वैज्ञानिक दृष्टि से सर्वाधिक शुद्ध तथा आध्यात्मिक दृष्टि से पवित्र माना गया है। हमारे अनुष्ठान भी गंगाजल के साथ ही पूर्ण होते है। हिमालय की दुर्लभ वनस्पतियों एवं खनिज तत्वों के इस जल में मिश्रित होने के कारण इसका जल  अधिक से अधिक समय तक ही प्रदूषित नहीं होता।  2. यमुना - यमुना नदी यमुनोत्री उत्तरक...

कश्मीर घाटी, लद्याख, हिमनद, उत्तराखंड का सामान्य जानकारी

Image
कश्मीर घाटी, लद्याख, हिमनद, उत्तराखंड का सामान्य जानकारी कश्मीर घाटी - समुद्र के तल से 1850 मीटर की ऊंचाई पर पर्वतों से घिरी हुई है कश्मीर की घाटी है। जिसे झेलम की घाटी भी कहते हैं। लगभग 135 किलोमीटर लंबी तथा 32 किलोमीटर चौड़ी इस पर्वत मध्य मैदान का निर्माण झेलम नदी द्वारा हुआ है लेकिन यह भी आश्चर्य की बात है कि पर्वतों के मध्य इतने बड़े मैदानी क्षेत्र का निर्माण कैसे हुआ ? वैज्ञानिकों के अनुसार यहां कभी एक झील हुआ करती थी जो एक बार भूकंप के कारण पहाड़ में दरार पड़ने से झील का पानी झेलम नदी में बह गया। उस प्राचीन झील का अवशेष आज भी डल झील के रूप में विद्यमान है। जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर भी इसी घाटी किनारे में बसी है। अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण विश्वविख्यात कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सैलानियों का एक प्रमुख केंद्र रहा है। भारत में बाहर से आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भारी संख्या में कश्मीर को देखने के लिए आती है। डल झील में तैरते नाव के घर जिन्हें हाउसबोट कहते हैं जिसका विशेष आकर्षण है और यहां के लोगों की प्रमुख आजीविक का प्रमुख स्रोत भी है। कृषि के अलावा यहां अनेक प्रकार के उद...

भारत में मिलने वाले पुरस्कार एवं सम्मान

Image
                     भारत में मिलने वाले  पुरस्कार एवं सम्मान  1 साहित्य पुरस्कार -   साहित्य अकादमी पुरस्कार - यह शासकीय स्तर पर साहित्य के क्षेत्र में साहित्य अकादमी 1954 से लेकर आजतक प्रत्येक वर्ष भारतीय भाषाओं में श्रेष्ठ साहित्य सृजन पुरस्कार के रूप में 1 लाख रुपए तथा प्रशस्तिपत्र दिया जाता है।  साहित्य अकादमी द्वारा ही अनुवाद , बाल साहित्य सृजन और युवा साहित्यकारों के लिए युवा पुरस्कार भी दिया जाता है। इन तीनो पुरस्कारों में 50 - 50 हजार रुपए प्रदान किये जाते है।  साहित्य अकादमी 24 स्थापित भाषाओं के अतिरिक्त शास्त्रीय एवं मध्यकालीन साहित्य में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को स्मरण पट्टिका सहित 1 लाख रुपये  ‛भाषा सम्मान’ दिया जाता है।  ज्ञानपीठ पुरस्कार - भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा दिये जाने वाला भारतीय साहित्य का यह सर्वोच्च पुरस्कार है। जो संविधान की के सभी भारतीय भाषाओं में श्रेष्ठ साहित्यिक कृति के लिए दिया जाता है। इसमें 11 लाख रुपए , प्रशस्ति पत्र और वाग्देवी देवी की काँस्य प्रतिमा दिया जाता है...