Present education system in hindi
Article :- वर्तमान शिक्षा प्राणाली रुपरेखा :- प्रस्तावना वर्त्तमान शिक्षा प्रणाली प्रारंभ उद्देश्य दोष परिवर्तन की आवश्यकता उपसंहार 1. प्रस्तावना - मानव जीवन के लिए ज्ञानवर्धन आवश्यक है | ज्ञान के बिना मनुष्य का जीवन पशुतुल्य है | ज्यों - ज्यों मनुष्य बड़ा होता जाता है त्यों - त्यों वह बहुत सारे बाते सिखने लगता है | इसे माध्यम शिक्षा | शिक्षा मनुष्य को आदर्श पथ पर ले जाती है | शिक्षा एक ऐसा स्थल है जहाँ बालक को नया आकर दिया जाता है | जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी को नया आकर देता है उसी प्रकार शिक्षा विद्यार्थी जीवन को नया अकार देती है | प्राचीन काल की शिक्षा प्रणाली और वर्तमान शिक्ष...